एक दिन में बिहार में 121 लोगों की कोरोना से मौत
टीएचटी डेस्क पटना। कोरोना का तांडव से बिहार में कोहराम मच गया। न अस्पताल के बेड, आईसीयू न वेंडिलेटर मिल रहा। सरकारी और निजी अस्पताल दोनों हाथ खड़ा कर दिया है। एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल एम्बुलेंस दौड़ रही। नजीता अंततः यह हो रहा कि मरीज रास्ते में दम तोड़ दे रहा। वहीं 23 अप्रैल को बिहार के अलग अलग सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों में कुल 121लोगों की मौत हो गई। जिसमें 38 मारने बाले सिर्फ पटना का है। वहीं अन्य 83 अलग अलग जिले के है। कोरोना के तांडव से पूरे बिहार के लोगों में दशहत मच गया है।
मारने बाले में पटना के एनएमसीएच में 24 , पटना एम्स में एक अधिकारी समेत 6 , पीएमसीएच में 9 लोगों की मौत कोरोना से हो गयी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने 54 कोरोना संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत की पुष्टि की है । मगध , सारण और भोजपुर में 38 लोगों की जान चली गई। वैशाली के दो और सीवान के एक की मौत पटना में हो गई । जिलों में शुक्रवार को यानी 23 अप्रैल 2021 को सबसे अधिक मौत रोहतास में हुई , जहां 11 लोगों ने दम तोड़ दिया। गया में में छह , सीवान में पांच , वैशाली में तीन , बेगूसराय में तीन , औरंगाबाद में तीन , गोपालगंज में दो , नालंदा में दो , नवादा में दो , बक्सर में दो , कैमूर में एक व जहानाबाद में एक कोरोना की चपेट में आ गए। उत्तर बिहार में कोरोना से 24 लोगों की जान चली गई । सबसे अधिक मुजफ्फरपुर में नौ लोगों की जान चली गई । कोसी , पूर्वी बिहार में कोरोना से 21 की जान गई । मधेपुरा मेडिकल कालेज सात व भागलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती पांच कोरोना मरीजों की मौत हो गयी । यह भयावह स्थिति से हर लोगों में डर भय व्यप्त हो गया है। शमसान से लेकर कब्रगाहों तक अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगी हुई है। कोई कंधे देने का भी नहीं आ रहा।