मुजफ्फरपुर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार को पहुंचे एक दिन में 37 शव
तीन से चार घंटे करने पड़ रहे अंतिम संस्कार के लिए
मुजफ्फरपुर। कोरोना अपना पांव पूरे बिहार में काफी तेजी से फैला चुका है। राजधानी से लेकर दूसरे जिला में स्थिति काफी भयावह बना हुआ है। हर तरफ कोहराम मचा हुआ है। मुजफ्फरपुरजिले में कोरा¢ना संक्रमित मरीजों की संख्या क¢ साथ-साथ इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा ही ब़ता रहा है। इसक¢ साथ हर दिन श्मशान घाट पर दा संस्कार क¢ लिए लाइन भी लंबी होती जा रही है। सिकंदरपुर श्मशान घाट मुक्तिधाम में पिछले सात घंटों में 9 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। इसमें अधिक कोरा¢ना संक्रमित थे। वहीं, बीते 24 घंटे क¢ अंदर यहां रिकाॅर्ड 37 शवों का दहा संस्कार किया गया। इससे पूर्व क¢ दो दिनों में क्रमशः 24 व 29 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों को अंतिम संस्कार क¢ लिए ढाई से तीन घंटे की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। मुक्तिधाम पर तैनात नगर निगम क¢ सायक अशोक कुमार का कहना है कि यहां एक साथ एक शवों का दा संस्कार किया जा सकता है। इसक¢ लिए एक प्लेटफाॅर्म हैं। नदी किनारे जमीन पर ही दाह संस्कार की व्यवस्था की गई है। लगातार शवों क¢ आने से व्यवस्था जरूरत चरमरा गई है। पहले से यहां आधा दर्जन कर्मचारी थे। इधर शवों क¢ बने पर नगर आयुक्त ने चार अतिरिक्त कर्मचारियों को यहां प्रतिनियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि पहले यहां प्रतिदिन छह से आठ शवों का दाह संस्कार होता था। अब प्रतिदिन 2 से 25 शव लाए जा रहे हैैं। शवों की बढ़ती संख्या से श्मषान घाट पर अंतिम में भी काफी परेषानी हो रही है।