कोरोना से एम्स पटना के 32 वर्षीय डॉक्टर की मौत
टीएचटी रिपोर्टर पटना। एम्स पटना के एक डॉक्टर की कोरोना से बुधवार को मौत हो गई। डॉक्टर की मौत की खबर सुनते ही एम्स के सभी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व कर्मचारियों में शोक की लहर दौड़ गई। कोरोना योद्धा एम्स पटना के डॉ प्रदीप कुमार यूरोलॉजी विभाग में जूनियर रेजिडेंट थे। कोरोना वार्ड में कार्यरत थे, दूसरे फेज के भीषण दौर में पॉजिटिव वार्ड में मरीजों की इलाज करने के दौरान कोरोना वायरस से ग्रसित हो गए थे।
उन्हें 26 अप्रैल को कोविड वार्ड के आइसुलेशन रूम में भर्ती कराया गया, स्थिति में सुधार नहीं होने पर 6-7 दिनों के बाद ICU में शिफ्ट कर दिया गया था पर उनकी हालत धीरे धीरे गम्भीर होती चली गई। पिछले दस दिनों से वे वेंटिलेटर पर थे, उनकी tracheostomy भी की गयी। लेकिन मंगलवार की देर रात को ICU में उन्होंने आखिरी सांस ली। 32 वर्षीय डॉ प्रदीप कुमार शिवहर जिले के कोहुआ ठीकाहा ग्राम के निवासी थे। युवा डॉक्टर की मौत से एम्स के डाक्टर, नर्स आदि सभी स्वास्थ्य कर्मी मर्माहत है, FAAP ( Faculty Association of AIIMS Patna) ने शोक व्यक्त किया है और मांग की है कि प्रधान मंत्री बीमा योजना से इस कोरोना योद्धा के परिवार को 50 लाख की राशि जल्द से जल्द दी जाए। डॉ प्रदीप काफी शांत स्वभाव के डॉक्टर थे। हमेसा मरीजों के इलाज में खुद को समर्पित रखे। बताया जा रहा है वैक्सीन के दोनों डोज भी ले चुके थे। इस घटना से पूरे बिहार के डॉक्टर व शोसल वर्करों ने भी शोक व्यक्त किया है।