रोवोटिक तकनीक से एम्स में होगा ब्रेन ट्यूमर व ब्रेन हेमरेज समेत कई बीमारी का सर्जरी
टीएचटी रिपोर्टर पटना। एम्स पटना के न्यूरोसर्जरी विभाग में अत्याधुनिक मशीन जिसमें ऑर्टीफीशीयल इंटेलीजेंस एवं रोवोटिक तकनीक से संचालित ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप का उद्घाटन किया गया। उक्त जानकारी देते हुए न्यूरोसर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. विकास चंद्रा ने कहा कि इस तकनीक से ऑपरेशन में मरीजों के ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन हेमरेज (एज्यूरीज्म, ऑरटेरियोविनश मालफोरमेशन स्कल बेस) आदि के मरीज जिनमें जटील सर्जरी की जाती है का ऑपरेशन करना आसान हो जायेगा। इससे ब्रेन की गंभीर ऑपरेशनों वाले मरीज जिनको बिहार से बाहर के अस्पताल जैसे एम्स दिल्ली, पीजीआई, मेदांता आदि जगहों पर जाना पड़ता था, अब उन्हें वहां जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इन सभी ऑपरेशनों में मरीज को बाहर जाने पर जो लगभग चार से पांच लाख का खर्च उठाना पड़ता था वो अब एक से डेढ़ लाख तक में संभव हो सकेगा। स्पाइन की बीमारियों जैसे रीढ़ की हड्डी का फ्रेक्चर, काइफोसीस एवं स्कोटिकयोसिस (रीढ़ की हड्डी में टेढ़ापन) का इलाज में प्रयुक्त होने वाले मशीन जिसमें थ्री डी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है एवं छोटे से छेद के द्वारा बिना बड़े चीड़े का ऑपरेशन किया जाता है का ऑपरेशन भी इससे सुलभ हो जायेगा। बिहार के मरीजों का इलाज 75 हजार से एक लाख स्पाइन सर्जरी हो पायेगी। जिसकी लागत बड़े कॉरपोरेट अस्पतालों में दो से तीन लाख में होती है। अभी ये सुविध बिहार में सिर्फ एम्स पटना के न्यूरोसर्जरी विभाग में ही उपलब्ध है। साथ ही देश में चुनिंदा अस्पतालों में ही यह सुविधा है। इसके लिए न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष विकास चंद्रा ने एम्स के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ. सीएम सिंह को धन्यवाद दिया। वहीं इस मौके पर विभाग के सहकर्मियों डॉ. मुक्ता अग्रवाल, डॉ. क्रांति, डॉ. नीरज, डॉ. संजीव, डॉ. अनिल, डॉ. जगजीत, डॉ. असारूल, डॉ. अमरजीत, डॉ. अभ्यूदय आदि मौजूद थे।