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निडरता, कर्तव्यनिष्ठा व संवेदना के साथ पटना एम्स के डॉक्टरों ने मरीजों की सेवा की : राज्यपाल


टीएचटी रिपोर्टर पटना। पटना एम्स में तीसरे लहर को देखते हुये चल रहे बिहार के अलग अलग जिलों के डॉक्टरों व नर्सिंग अभी करो ऑफिसरों प्रशिक्षण संपन्न हो गया। इस दौरान कुल 6 बैच में 156 नर्सिंग ऑफिसर वह 78 डॉक्टर को प्रशिक्षण दिया गया। और इन्हीं में से ट्रेनिंग फोर ट्रेनर का चुनाव किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में है महामहिम राज्यपाल फागु चौहान ने कहा कि डेढ़ वर्षो से पूरा विश्व कोविड-19 महामारी का सामना कर रहा है या हमारे जीवन को लेकर सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया इस वैश्विक महामारी में चिकित्सक को एवं चिकित्सक कर्मियों ने अपने जीवन को खतरे में डालकर फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में जिस निडरता कर्तव्य निष्ठा संवेदना के साथ जो मरीजों की सेवा की है यह काफी सराहनीय है बहुत चिकित्सक और चिकित्सक कर्मियों ने मरीजों की सेवा करते करते अपने प्राणों को गवा दिए हैं।


उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदना है। साथ ही कहा कि कोरोना के तीसरे लहर को देखते हुये स्वास्थ्य विभाग के पहल पर यूएसएआईडी राइज जपाइगो के सहयोग से पूरे बिहार के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को जो प्रशिक्षण दिया गया यह काफी सराहनीय है और अच्छी कदम है। इस सराहनीय कार्य के लिए पूरे एम्स की टीम,  यूएसएआईडी राइज जपाइगो धन्यवाद के पत्र है। वही इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, इनफॉरमेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मंत्री अनुराग सिंह पूर्व आईपीएस आचार कुणाल किशोर, प्रेसिडेंट इंस्टिट्यूट बॉडी के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर के मंत्री राजेश भूषण, पटना एम्स के निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह आदि ने समापन कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए  प्रशिक्षण कार्यक्रम का जमकर सराहना किया। प्रशिक्षण के दौरान बिहार राज्य के अलग-अलग जिलों के डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ को आईसीयू को एस्टेब्लिश करने व चलाने के लिए सिखाया गया। एम्स पटना टीम के नोडल पर्सन डॉक्टर नीरज कुमार दुवारा यह प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में शामिल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। यूएसएआईडी, राइज, जपाइगो से डॉ. ए कुमार का भी अहम भूमिका रहा पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में। इस मौके पर एम्स अस्पताल अधीक्षक डॉ सीएम सिंह, डॉ वीणा सिंह, प्रेम कुमार, डॉ अभ्युदय, डॉ प्रशांत, डॉ संजीव कुमार, डॉ बिन्दे समेत कई चिकित्सक मौजूद थे।